उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक दर्दनाक हादसा घटित हुआ है जिसने पूरे प्रदेश को स्तब्ध कर दिया है। जिले के सिकंदरा राऊ कस्बे के पास ईटा रोड पर स्थित गांव फुलराई में सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 90 से अधिक लोगों की जान चली गई।
मिली जानकारी के अनुसार, सत्संग का समापन शांतिपूर्ण तरीके से हो रहा था। कथा कहने आए कथावाचक भोले बाबा का काफिला निकल रहा था, और इसी दौरान श्रद्धालु भी अपने घर को लौट रहे थे। बाबा के काफिले को निकालने के लिए भीड़ को एक हिस्से से रोका गया, जिससे वहां भगदड़ मच गई। इस भगदड़ के परिणामस्वरूप कई लोग कुचल कर घायल हो गए और कुछ गहरे गड्ढे में गिरकर अपनी जान गंवा बैठे।
इस दर्दनाक घटना में मृतकों की संख्या 90 से अधिक बताई जा रही है। मृतकों को अलीगढ़ और एटा जिलों में पहुंचाया गया है। हाथरस के डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल मौके पर मौजूद हैं, जबकि आईजी शलभ माथुर सिकंद्र राऊ के लिए रवाना हो गए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ का मुख्य कारण यह था कि सत्संग समाप्त होने के बाद भीड़ को रोक दिया गया था और भोले बाबा को पीछे के दरवाजे से निकाला जा रहा था। इस दौरान दबाव बढ़ने से कुछ लोग गहरे गड्ढे में गिर गए, जिससे भगदड़ मच गई। लोग अपने बचाव में एक-दूसरे पर चढ़ते हुए बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, जिससे कई लोगों की जान चली गई।
भोले बाबा, जिनका असली नाम एसपी सिंह है, जिला कासगंज के पटियाली के बहादुर नगर के निवासी हैं। उन्होंने 17 साल पहले पुलिस में एसआई के पद से इस्तीफा देकर सत्संग करना शुरू किया था। बताया गया है कि एसपी सिंह ने पुलिस की नौकरी के दौरान से ही मानव धर्म सेवा के उपदेश देने शुरू कर दिए थे।
इस घटना के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लिया है और घायलों को समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं। साथ ही, मामले की जांच के लिए एक टीम भी गठित की गई है। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है और प्रशासन पूरी तत्परता से राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
हाथरस की इस त्रासदी ने एक बार फिर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया है। इस घटना से संबंधित जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि इतनी बड़ी त्रासदी का वास्तविक कारण क्या था और इसमें किसकी लापरवाही रही।
इस हृदयविदारक घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं और हम प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करें।
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#UPCM @myogiadityanath ने हाथरस हादसे में मृतकों के परिजनों को ₹2-2 लाख तथा घायलों को ₹50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 2, 2024
उन्होंने एडीजी आगरा, कमिश्नर अलीगढ़ को घटना की 24 घंटे में जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं। https://t.co/TgpSb8e0Xk